विश्व विख्यात कवि,
महान साहित्यकार दार्शनिक और हमारे राष्ट्रगान
के रचयिता गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर जी की जयंती पर
कोटि कोटि प्रणाम |
गुरुदेव रबीन्द्रनाथ जी टैगोर उन
विरल साहित्यकारों में से एक हैं
जिनके साहित्य और व्यक्तित्व में अद्भुत साम्य है,
गुरुवर की जयंती पर उन्हें नमन।
राष्ट्रगान के रचियता,
नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव रवीन्द्रनाथ
टैगोर जी की जयंती पर
कोटि कोटि नमन।
उनके विचार और लेखनी हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं।
“यदि आप रोते हैं क्योंकि सूर्य आपके जीवन से बाहर चला गया है,
तो आपके आँसू आपको सितारों को देखने से रोक देंगे।
रबीन्द्रनाथ टैगोर जयंती 2021 की हार्दिक शुभकामनाये”
“मैं एक आशावादी होने का अपना ही संसकरण बन गया हूँ.
यदि मैं एक दरवाजे से नहीं जा पाता तो दुसरे से जाऊंगा-
या एक नया दरवाजा बनाऊंगा. वर्तमान चाहे
जितना भी अंधकारमय हो कुछ शानदार सामने आएगा।
“प्रत्येक शिशु यह संदेश लेकर आता है
कि ईश्वर अभी मनुष्यों से निराश नहीं हुआ है।”
- रबीन्द्रनाथ ठाकुर
“जब मैं खुद पर हँसता हूँ तो मेरे ऊपर से मेरा बोझ कम हो जाता है।”-रबीन्द्रनाथ ठाकुर