मेरे दर्द ने मेरे ज़ख्मों से शिकायत की है,

आँसुओं ने मेरे सब्र से बगावत की है,

ग़म मिला है तेरी चाहत के समंदर में,

हाँ मेरा जुर्म है कि मैंने मोहब्बत की है।

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