"Kabhi khud pe kabhi halat pe rona aaya, Baat nikli to har ek baat pe rona aaya"
इस दिल में कितना प्यार है, कह नहीं पाते
लेकिन यह सच है जान , हम तुम्हारे बिना रह नहीं पाते
Log Banaate Gye?
Hum Bantay Gye?
Kabhi Mazak?
Kabhi Tamasha?
Ishq Teray Baad Kisi Say Hua Hi nahi,
Aaye To Bohot Thay Apna Jism Laykar,
Par Teri Kasam Kisi Ko Chua Hi Nahi...
JINDAGI me kabhi apne kisi
HUNAR pr GHAMAND mt krna,
qki PATTHAR jb pani me girta hai to
apne hi VAJAN se doob jata h..
आ के मेरी साँसों में बिखर जाओ तो अच्छा होगा,
बन के रूह मेरे जिस्म में उतर जाओ तो अच्छा होगा,
किसी रात तेरी गोद में सिर रख के सो जाऊं,
फिर उस रात की कभी सुबह ना हो तो अच्छा होगा।
कुछ तो बात होगी उस पगली में ? जो मेरा दिल ?? उसपे आ गया था ? वरना में तो इतना सेल्फिश हु ???की अपने जीने की भी दुआ नही करता..?
लोग आँखों में आँखें डाल कर इश्क़ का इज़हार करते है, हमारी तो पलकें ही झुक जाती है तुम्हारा नाम सुनकर ? ❤️ ?
बदनाम करते है लोग मुझे जिसके नाम से…
कसम खुदा की जी भर के कभी उसको देखा ही नही!!!
#कोशिश ? करो Ki कोई आपसे Naa रूठे, ?#जिंदगी मैं आपका साथ Naa छूटे, ? #रिस्ता Koi Bhi हो, उसे ऐसे ? निभाओ KI, उस रिस्ते की दोर #जिंदगी भर Naa टूटे.
तू चाँद मैं सितारा होता,
आसमान में एक आशिया हमारा होता।
लोग तुझे दूर से देखा करते और
सिर्फ पास रहने का हक हमारा होता।
जिंदगी में कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,
जो है पास आपके उसको सम्भाल कर रखना,
क्योंकि एक बार खोकर प्यार दोबारा नही मिलता।
मेरे दिल की धड़कनो को
तूने दिलबर धड़कना सीखा दिया ,
जब से मिली है मोहब्बत तेरी मेरे दिल को ,
गम में भी हंसना सीखा दिया
दोनों जानते है के, हम नहीं एक-दूसरे के नसीब में,
फिर भी मोहब्बत दिन-ब-दिन बे-पनाह होती जा रही है..
जब से देखा है तेरी आँखो मे झाँक कर,
कोई भी आईना अच्छा नही लगता,
तेरी मोहब्बत मे ऐसे हुए है दीवाने,
तुम्हे कोई और देखे तो अच्छा नही लगता....
अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे,
हर खवाब मे बुलाया है तुझे,
क्यू न करे याद तुझ को,
जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे..
होंठो की जुबान यह आँसू कहते है
जो चुप रहते है फिर भी बहते है
और इन आँसू की किस्मत तो देखिये
यह उनके लिए बहते है जो इन आँखों में रहते है
“wahan tak toh saath chalo, Jahan tak saath mumkin ho”.
“Sabke dil mein baste ho tum, Haye kitne saste ho tum”.
“shikayat toh khud se hai, tumse toh aaj bhi Ishq hai”.
“Aur tu muskura kar ek dafa dekh le toh itna kaafi hai, yeh maine kab kaha ki aabaad karna mujhko”.
“Ek umar wo thi, jaadu par bhi yaqeen tha, Ek umar ye hai, haqeeqat par bhi shaq hai”.
“hone waale khud hi apne ho jaate hain, kisi ko keh kar apna nahi banaya jata”.
“Zyda acha hona bhi gunah hota hai, Pata hi nahi chalta ki loog Qadar kar rhe hain ya istemaal”.
“saath nibhaane waale, halaat nahi dekha karte”.
“Sukoon milta hai tere paas aakar jo milta kisi aur se nahi, Ishq hai ya kuch aur nahi maloom magar jo tujhse hai wo kisi aur se nahi”.