मैं अबला नादान नहीं हूं।

दबी हुई पहचान नहीं हूं।।

मैं स्वाभिमान से जीती हूं।

रखती अंदर ख़ुद्दारी हूं।।

मैं आधुनिक नारी हूं...


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