डर मुझे भी लगा फासला देख कर

पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर

खुद ब खुद मेरे नज़दीक आती गई

मेरी मंज़िल मेरा हौंसला और बुलंद इरादा देख कर

सुप्रभात


Related pages

Related Posts

``