काट ना सके कभी कोई पतंग आपकी,
टूटे ना कभी डोर आपके विश्वास की,
छू लो आप ज़िन्दगी की सारी कामयाबी,
जैसे पतंग छूती है ऊँचाइयाँ आसमान की
Wish You Happy Makar Sankranti
The sun rises with new hope
Kites fly with vigor crops
Are ready to be harvested
All denoting hope,
Joy and abundance.
Happy Makar Sankranti 2021
मंदिर की घंटी, आरती की थाली,
नदी के किनारे सूरज की लाली,
ज़िन्दगी में आये खुशियों की बहार,
आपको मुबारक हो संक्रांत का त्यौहार
हैप्पी मकर संक्रांति
Sab friend ko mile sanmati
Aaj hai makar sankranti
Sweet friend ug gaya dinkar
Udae patang hum milkar
Aakash ho patang se ata
Sunao wo mara wo kata.
Happy Makar Sankranti Friends
Tyohar nahi hota apna paraya,
Tyohar hai wahi jise sabne manaya,
To mila k gud me til,
Patang sang ud jane do dil.
Til hum hai, aur gul aap,
Mithai hum hai aur mithas aap,
Saal ke pahale tyohar se ho rahi aaj shuruwat.
Aap ko hamari taraf se Happy Sankrant.
बचपन में वो धूम मचाना, मौज मनाना
यारो के साथ पतंगे उड़ाना
बहुत सही था यार वो ज़माना
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनायें
नजर सदा हों ऊँची, सिखाती है पतंग..
इस संक्रांति में हमें,
काम, क्रोध, लोभ, मोह एवं अहंकार जैसी
पतंगों को भी काटने चाहिए..
तिल हम हैं और गुड़ आप
मिठाई हम हैं और मिठास आप
साल के पहले त्यौहार से हो रही है आज शुरुआत
आपको हमारी तरफ से
“हैप्पी मकर संक्रांति”
उगता हुआ सूरज दुआ दे आपको
खिलता हुआ फूल खुशबू दे आपको
हम तो कुछ देने के काबिल नहीं हैं
देने वाला हजार खुशियां दे आपको
मकर संक्रांति की आपको हार्दिक शुभकामनायें
प्रेम रतन धन पायो
सर्दी को मौसम आयो
दो दिन मे एक बार नहायो
गरम पानी से नहायो
स्वेटर पहन कर घर के बाहर जायो
खूब गज़क मूफली खायो
रजाई के बाहर मत आयो
भूल मत जाना मे कांई समझायो
वरना सर्दी लग जाएगी भायो
काल ख़ूब तिला रा लड्डू खायो
मकर संक्रांति की शुभकामनायें
काट ना सके कभी कोई पतंग आप की
टूटे ना कभी डोर आपके विश्वास की
छु लो आप ज़िन्दगी की सारी कामयाबी
जैसे पतंग छूती है ऊंचाईया आसमान की
दिल को धडकन से पहले
दोस्तों को दोस्ती से पहले
प्यार को मोहब्बत से पहले
ख़ुशी को गम से पहले
आपको कुछ दिन पहले
मकरसक्रांति की शुभकामना सबसे पहले
मीठे गुड़ में मिल गए तिल
उड़ी पतंग और खिल गए दिल
हर पल सुख और हर दिन शांति
आप सब के लिए लाये मकर संक्रांति
हर पतंग जानती है
अंत में कचरे मे जाना है
लेकिन उसके पहले हमें
आसमान छूकर दिखाना है
*” बस ज़िंदगी भी यही चाहती है “
छू लो आप जिंदगी की सारी कामयाबी
जैसे पतंग छूती है ऊंचाइयां आसमान की
जैसे सूर्योदय के होते ही अंधकार दूर हो जाता है
वैसे ही मन की प्रसन्नता से सारी बाधाएँ शांत हो जाती हैं
सभी को मकर संक्राँति की हार्दिक शुभकामनाएँ
संक्रांति शुभ हो तुम्हारे लिए
रिश्ते में गुड़ बना रहे तिल भर गम ना छू सके
पतंगों-सा मन मेरा उड़ता रहे तुम्हारे लिए
मेरे मन के आकाश पर तम्हारे प्रेम का आदित्य उत्तरायन हो
तुम्हारे मन के मैदान में मेरी खुशियों की गिल्ली उछलती रहे
सतरंगी संक्रांति साकार हो हमारे लिए
सूरज की राशि बदलेगी बहुतों की किस्मत बदलेगी,
यह साल का पहला पर्व होगा, जो बस खुशियों से भरा होगा!
हैप्पी संक्रांति
हर पतंग जानती है,
अंत में कचरे में जाना है
लेकिन उससे पहले हमें,
आसमान छूकर दिखाना है।
मंदिर की घंटी, पुजा की थाली,
जिंदगी में आए खुशियों की हरियाली
आपको मुबारक हो संक्रांत का त्यौहार।
मंदिर में बजने लगी है घंटियाँ
और सजने लगी है आरती की थाली
सूर्य की रोशन किरणों के साथ
अब तो सुनाई देती है एक ही बोली
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाए।
मकर संक्रांति का त्यौहार सबने
अपनाया पंजाबी, हिन्दू, मुस्लिम,
सीख ईसाई सबने मिलकर मनाया,
गुड और तिल के पकवान को सबने
खाया बच्चों ने खूब पतंग को उड़ाया
Happy Makar Sankranti सबने दिल से दोहराया.
जुबान त्यौहार है
मकर संक्रांति का और
आपको भी हमारा यही पैगाम
उडी वो पतंग और खिल गया दिल
गुड की मिठास में देखों मिल गया तिल
चलो आज उमंग-उल्लास में खो जाए हम लोग
सजाएँ थाली और लगाए
अपने भगवान को भोग!
Happy Makar Sankranti