अन्याय के रूप में अब नेताओं का भ्रष्टाचार हैं,
रावण के रूप में नेताओं का अत्याचार हैं,
भ्रष्टाचार और अत्याचार मिटाने के लिए शंख बजेगा,
अब हर घर से एक राम निकलेगा.
ज्योत से ज्योत जगाते चलो,
प्रेम की गंगा बहाते चलो,
राह में आए जो दीन दुखी,
सबको गले लगाते चलो,
दिन आएगा सबका सुनहरा,
मेरी तरफ से शुभ दशहरा…
चाँद की चाँदनी शरद की बहार,
फूलों की खुशबू अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको विजयादशमी का त्योंहार,
सदा खुश रहें आप और आपका परिवार
बुराई को खुद से और इस देश से दूर भगाओ,
अच्छाई को अपने जीवन में अपनाओ,
रावण को जलाओ और भ्रष्टाचार मिटाओ,
प्रगति के पथ पर भारत देश को आगे बढ़ाओ…
अधर्म पर धर्म की जीत,
अन्याय पर न्याय की विजय,
बुरे पर अच्छे की जय जयकार,
यही है दशहरा का त्योहार…
सत्य स्थापित करके इस देश से बुराई को मिटाना होगा,
आतंकी रावण का दहन करने,
आज फिर राम को आना होगा…
खुशनुमा पलों की यादें साथ रहें,
आज के बाद आप कभी न उदास रहें,
मिलें आपको कदम कदम पे खुशियाँ,
जीवन में सफलता आपके साथ रहे…
जीवन आपका सुनहरा हो जाये,
आपके घर में हमेशा रहे सुख का पहरा,
यह दशहरा शांति लाये अपार,
राम की जय खुशी की आयी बहार…
शान्ति अमन के इस देश से,
अब बुराई को मिटाना होगा,
आज फिर श्री राम को आना होगा
राम की महिमा और हार असत्य की,
बुरा अंत बुराई का, जीत सत्य की,
दशहरे के इस संदेश को अपना लें,
दूर हो जायेगी सब चिंता व्यर्थ की…
बहन के सम्मान की खातिर,
भगवान् से भी लड़ने को तैयार हूँ मैं,
हाँ इस समाज के लिए,
कलयुग में रावण का अवतार हूँ मैं…
दशहरे का यह पावन त्यौहार,
घर में लाये आपके खुशियाँ अपार,
श्री राम जी करें आप पर ख़ुशियों की बौछार,
ऐसी शुभ कामनायें हमारी करो स्वीकार…
दशहरा एक उम्मीद जगाता है,
बुराई के अंत की याद दिलाता है,
जो चलता है सत्य की राह पर
वो विजय का प्रतीक बन जाता हैं
बुराई का होता हैं विनाश,
दशहरा लाता है उम्मीदों की आस,
हर व्यक्ति के अंदर की बुराई का हो नाश,
आपके घर में ईश्वर का सदा वास
निर्बल के बल राम हैं,
निर्धन के धन राम
रावण वह जो किसी के,
आया कभी न काम.
आपकी जीवन में हो खुशियों का बसेरा,
तहे दिल से कह रहा हूँ हैप्पी दशहरा.
हैप्पी दशहरा