मै भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नही है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।
वो फिर आया है नये सवेरे के साथ,
मिल ज़ुल कर रहेंगे हम एक दूजे के साथ,
वो तिरंगा कितना प्यारा है,
वो है देखो सबसे प्यारा न्यारा,
आने ना देंगे उस पे आंच,
Happy Republic Day.
आओ झुक कर सलाम करे उनको,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
खुशनसीब होता है वो खून जो देश के काम आता है…..!!
जमाने भर में मिलते है आशिक कई,
मगर वतन से खुबसूरत कोई सनम नही होता ||
चलो फिर से खुद को जागते है,
अनुसासन का डंडा फिर घुमाते है,
सुनहरा रंग है गणतंत्र का सहिदो के लहू से,
ऐसे सहिदो को हम सब सर झुकाते है ||
आपको गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.
R-Rising
E-Empowered
P-Powerful
U-Ultimate
B-Beautiful
L-Lovely
I-Independent
C-Charming
Happy Republic Day
ज़माने भर में मिलते हैं आशिक कई,
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता,
नोटों में भी लिपट कर,
सोने में सिमटकर मरे हैं कई,
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता..
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
Republic Day Is the Time to Recall
The Famous Vande Mataram
The Chant That Gave Us The Freedom
May The Indian Spirit Prosper Forever
To Remember Is To Cherish
Let Us Remember and Chant Vande Mataram!
May You Have Enough Happiness
To Make You Sweet,
Enough Trials To Make You Strong,
Enough Sorrow To Keep You Human And
Enough Hope To Bring Joy To Our Nation.
Happy Republic Day!
When They Resisted The Booming
And Shelling Of The Colonial Guns,
Our Founder Fathers Wanted Nothing
But Sovereignty For This Nation,
Let Us Always Defend This Gift
From Our Predecessors.
Let Every Teacher Teach
The Student How To Love This Nation,
Let Every Parent Instill
In His Or Her Sons And Daughters
The Beauty Of Our Nation.
ना जियो धर्म के नाम पर,
ना मरों धर्म के नाम पर,
इंसानियत ही है धर्म वतन का,
बस जियो वतन के नाम।
बलिदानों का सपना जब सच हुआ,
देश तभी आजाद हुआ,
आज सलाम करे उन वीरों को,
जिनकी शहादत से ये भारत गणतंत्र हुआ।
अलग है भाषा,
धर्म जात और प्रांत,
पर हम सब का एक है,
गौरव राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेष्ठ।
तिरंगा हमारा है शान-ए-जिंदगी,
वतन परस्ती है वफ़ा-ए-जिंदगी,
देश के लिए मर मिटना कबूल है हमें,
अखण्ड भारत के स्वप्न का जूनून है हमें।
नफरत बुरी है ना पालो इसे,
दिलों में खलिश है निकालो इसे,
न तेरा, न मेरा, न इसका न उसका,
ये सबका वतन है संभालो इसे।
चढ़ गये जो हंसकर सूली,
खाई जिन्होंने सीने पर गोली,
हम उनको प्रणाम करते हैं,
जो मिट गए देश के लिए,
हम उनको सलाम करते हैं।
तिरंगा लहरायेंगे,
भक्ति गीत गुनगुनाएंगे,
वादा करो इस देश को,
दुनिया का सबसे प्यारा देश बनायेंगे।
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा,
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा,
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए,
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये।
तैरना है समुद्र में तेरो,
नदी नालों में क्या रखा हैं,
प्यार करना है तो वतन से करों,
इन बेवफा लोगों में क्या रखा हैं।
कुछ कर गुजरने की गर तमन्ना उठती हो दिल में,
भारत माँ का नाम सजाओ दुनिया की महफिल में।
काँटों में भूल खिलाएं,
इस धरती को स्वर्ग बनायें,
आओ सबको गले लगायें
हम गणतंत्र का पर्व मनाएं।
नफरत करना है बुरी बात,
देश की उन्नति के लिए चाहिए सब का साथ,
न करो तेरा-मेरा ये देश तो है हम सब का।