चलो फिर से खुद को जागते है,

अनुसासन का डंडा फिर घुमाते है,

सुनहरा रंग है गणतंत्र का सहिदो के लहू से,

ऐसे सहिदो को हम सब सर झुकाते है ||

आपको गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.

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