आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक बूंद भी लहू की
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे।
Pulwama Terror Attack
लोग गुलाब देकर
मोहब्बत जताते हैं और
हमारे सैनिक अपनी
जान देकर देश का
कर्ज अदा करते हैं
नींद उड़ गई यह सोचकर, हमने क्या
किया इस देश के लिए
आज फिर किसी फौजी का खून बहा है सरहद पर
मेरी नींद के लिए!!
किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूँ,
मेरी नन्ही की चिड़िया को चहकना छोड़ आया हूँ।
मुझे छाती से अपनी लगा लेना भारत माँ
मै अपनी माँ की बाहो को तरसता छोड़ आया हूँ।
उस धरती के अमर सिपाही पीठ दिखाना क्या जाने
मेरे देश के लाल हठीले शीश झुकाना क्या जाने
जो न दिन न रात कहते हैं,
जो हर दु;ख को हस के सहते हैं,
लगा कर सिना दिवार कि तरह,
देश कि हिफाजत करते है,
सलाम है मेरा उन वीरो को,
जिसके नाम से ही दुश्मन डरते है
पुरे देश के नैनो में अश्को का घर कर गए
प्यारी सहर को लहूलुहान दोपहर कर गए
वतन सबसे पहले जिनके दिल में आता है
उल्फत का किस्सा वो अपना अमर कर गए
कतरा – कतरा भी दिया वतन के वास्ते,
एक बूंद तक ना बचाई इस तन के वास्ते,
यूं तो मरते है लाखो लोग हर रोज,
पर मरना तो वो है जो जान जाये वतन के वास्ते
कैसे कहू की मै आज भी जिन्दा हूँ
मेरी मौत का तो जश्न मनाया जा रहा है
जरुरत के हिसाब से मुझे शहीद बताकर
आज की राजनीती में मुझे गुलाम बनाया जा रहा है
देश के जवान भिगोकर लहू में वर्दी कहानी दे गए अपनी,
मोहब्बत मुल्क की सच्ची निशानी दे गए अपनी,
मनाते रह गए वेलेंटाइन-डे यहां हम तुम,
वहां कश्मीर में सैनिक जवानी दे गए अपनी
दे सलामी इस तिरंगे को
जिस से तेरी शान हैं
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका
जब तक दिल में जान हैं
खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं,
मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूँ उन्हें सलाम ए वतन पे मिटने वालों,
तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब बसता है।
भारत माता के इन सपूतो के ऋणी हैं हम भारतवासी,
अपने दिलो मे आपको हमेशा जिंदा रखेंगे और,
आने वाली नसलों को तुम्हारे बलिदान की गाथा सुनाते रहेंगे।
फ़ौजी की मौत पर परिवार को दुःख कम और गर्व ज्यादा होता हैं,
ऐसे सपूतो को जन्म देकर माँ का कोख भी धन्य हो जाता हैं.
जिसकी वजह से पूरा हिन्दुस्तान चैन से सोता हैं,
कड़ी ठंड, गर्मी और बरसात में अपना धैर्य न खोता हैं।
अपना घर छोड़ कर,
सरहद को अपना ठिकाना बना लिया,
जान हथेली पर रखकर,
देश की हिफाजत को अपना धर्म बना लिया।
दिलों की नफरत को निकालो,
वतन के इन दुश्मनों को मारो,
ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन,
भारत मां के सम्मान को बचा लो
मैं मुल्क की हिफाजत करूंगा
ये मुल्क मेरी जान है,
इसकी रक्षा के लिए
मेरा दिल और जां कुर्बान है
Pulwama Attack
जो अब तक ना खौला,
वो खून नहीं पानी है,
जो देश के काम ना आये,
वो बेकार जवानी है..
सीने में जूनून और आंखों में देशभक्ति की चमक रखता हूं,
दुश्मन की सांसे थम जायें, आवाज में इतनी धमक रखता हूं
इश्क तो करता है हर कोई
महबूब पे तो मरता है हर कोई,
कभी वतन को महबूब बना के देखो
तुझ पे मरेगा हर कोई..