विशाल ब्रह्मांडीय अखाड़े में पृथ्वी एक बहुत छोटा सा मंच है .
ये मत भूलो की धरती तुम्हारे पैरों को महसूस करके खुश होती है
और हवा तुम्हारे बालों से खेलना चाहती है.
“पृथ्वी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं”
सुंदर सुंदर बाग़ और बगीचे हैं मेरे,
हे मनुष्य ! ये सब काम आयेंगें तेरे,
मेरी मिट्टी में पला बड़ा तू,
तूने यहीं अपना संसार गाढ़ा हैं,
फिर से कर ले तू विचार,
मत उजाड़ मेरा संसार,
धरती की बस यही पुकार…
पृथ्वी दिवस की शुभकामनाएं