सुबह सुबह उठ के हो जाओ फ्रैश
पहन लो आज सबसे अच्छा सा कोई ड्रैस
दोस्तों का साथ अब चलो घूमने
वैसाखी की दो शुभकामनायें जो आये सामने
तुमको भी बैसाखी की लख लख बधाई
अन्नदाता की खुशहाली
और समृद्धि के पर्व
बैसाखी पर आप सभी को
ढेर सारी शुभकामनाएँ और बधाइयाँ
सुबह से शाम तक वाहेगुरू की कृपा,
ऐसे ही गुजरे हर एक दिन,
न कभी हो किसी से गिला-शिकवा,
एक पल न गुजरे खुशियों बिन.
बैसाखी मुबारक हो.
सुनहरी धूप बरसात के बाद,
थोड़ी सी ख़ुशी हर बात के बाद,
उसी तरह हो मुबारक आपको
ये नयी सुबह कल रात के बाद!!
बैसाखी का खुशहाल मौका है,
ठंडी हवा का झौंका है,
पर तेरे बिन अधूरा है सब,
लौट आओ हमने खुशियों को रोका है
खुशबु आपकी यारी की हमें महका जाती है,
आपकी हर एक की हुई बात हमें बहका जाती है,
सांसें तो बहुत देर लगाती हैं आने-जाने में,
हर सांस से पहले आपकी याद आ जाती है.
खुशबू तेरी यारी दी साणूं महका जांदी है
तेरी हर इक किती होयी गल साणूं बहका जांदी है
साह तां बहुत देर लगांदे ने आण जाण विच
हर साह तो पहले तेरी याद आ जांदी है
लौट आओ हमने खुशियों को रोका है!!
बैसाखी की शुभकामनाएं।