सपना है आँखों में मगर नींद नहीं है,
दिल तो है जिस्म में मगर धड़कन नहीं है,
कैसे बयाँ करें हम अपना हाल-ए-दिल,
जी तो रहें हैं मगर ये ज़िंदगी नहीं है।
इस तरह चुपचाप से बिताई है ज़िंदगी मैंने,
धड़कन को भी खबर न लगी कि दिल रो रहा है।
मोहब्बत ने हर गम सहना सिखा दिया,
मुस्कुराती #आँखों को बहना सिखा दिया,
अक्सर महफिलों में गूंजती थी आवाज़ हमारी,
ये प्यार है जिसने हमें चुप रहना सिखा दिया।
कर ली ना तसल्ली तुमने दिल तोड़कर मेरा,
मैने कहा भी था कुछ नही है इसमे तुम्हारे सिवा।
आँखें थक गई है आसमान को देखते देखते
पर वो तारा नहीं टूटता ,जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ
आज इतने सालों बाद उसने मुझसे कहा कि मैं अपनी ग़लती की माफ़ी माँगती हूँ?, और मैं रोते हुए सिर्फ़ यही बोल पाया कि प्यार को ग़लती नहीं कहते ? …!!
तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया…अफसोस तो ये हे की मेरा यकीन तुम पर?था किस्मत पर नही✖️…!!
अभी तक मौजूद हैं इस दिल ? पर तेरे कदमों के निशान??, हमने तेरे बाद किसी को इस राह से गुजरने नहीं दिया…!!
जिंदगी कब और कैसे बदल रही है,
सब समझ आ रहा है, पर न कुछ कर पा रहा हु,
और न ही कुछ कह पा रहा हु...
Jindagi main koi khas tha
Tanhai k siva na pass tha
Pa to leta Jindagi ki har khusi,
Par her khusi main uska Ahsaas tha..
लोग कहते हैं की सुधर जाओ वर्ना जिंदगी रूठ जाएगी,
हम कहते हैं जिंदगी तो वैसे भी रूठी हैं,
मगर हम सुधर गए तो हमारी पहचान रूठ जाएगी..