जब भीम थे चलते तो हजारों दिल मचलते
भीम जब रुकते तो तूफ़ान है रुक जाते
इतने काबिल थे बाबा की कभी इरादा न बदला
बाबा भीम ने तो सारा इतिहास बदल डाला
ममता,करणा और समता जिसका है आधार
हमारी उजाड़ी जिन्दगी में ला दी बाबा साहेब ने बहार
हमारी आजादी की कहानी लिखी हमारे भीम ने
खुशियों भरा सजाया हमारा संसार भीम ने
Happy Ambedkar Jayanti
बाबा तेरी कलम के बल हम राज करते है
तेरी करनी पे बाबा हम नाज करते है
बदलेगा वक्त ओर जमाना भी
जय भीम के उदघोष से ये आगाज करते है
पैदा ना होता वो मसीहा तो खुशियों का सिलसिला नहीं होता
बे रंग रहती ये ज़मी और आसमान का रंग नीला नहीं होता
भारत तो कब का कंगाल हो जाता यारो
अगर भीम राव आंबेडकर जैसे हीरा मिला नहीं होता
कर गुजर गये वो भीम थे
दुनिया को जगाने वाले भीम थे
हमने तो सिर्फ इतिहास पढा है यारो
इतिहास बनाने वाले मेरे भीम थे
गरज उठे गगन सारा, समुन्दर छोडें आपना कीनारा
हिल जाए जहान सारा, जब गूंजे “जय भीम” का नारा
जिस दिन हमारे दिल में डॉ.बाबा साहेब आंबेडकर
और दिमाग मे उनकी विचारधारा होगी
याद रखना उस दिन अदालत भी हमारी होगी
और फैसला भी हमारा होगा
दुनिया में इस तरह कोई विद्धवान नहीं हुआ
ईमानदार तो हुए लेकिन ईमान ना हुआ
वैसे तो मसीहा हुए है हिन्द में बहुत
लेकिन अम्बेडकर सा कोई भी महान नहीं हुआ
गली गली मे नीला लहरा देंगे
दुश्मनो को कदमो मे झुका देंगे
महाशक्ती बनेंगी ऐसी की
भारत मे भीम राज्य बना देंगे
भारत के जनसागर मे भीम सा कोई तारा नहीं
और बोधिवृक्ष से बढकर पेढ इतना कोई हरा नहीं
मानवता का जो ज्ञान धम्मग्रंथ में लिखा है
वैसा और कोई मजहब के ग्रंथ में भरा नाहीं
हमने देखे है इस देश के नेता मरे इसी देश के लोगो के हाथो
लेकिन मेरा भीमराव आंबेडकर किसी के बंदूक की गोली से मरा नहीं।
बाबा तेरी कलम के बल हम राज करते है।
तेरी करनी पे बाबा हम नाज करते है।
बदलेगा वक्त ओर जमाना भी।
जय भीम के उदघोष से ये आगाज करते है।
खाली नाम के यहा पर कितने भगवान हो गये……….
लेकीन एकही भीम के करम से आज हम इन्सान बन गये……….
जिन्हे चलना, संभलना याद न था….
आज धूल से उठकर आसमान बन गये …….
ये मेरे भीम बाबा हमको है बचाया तुमने…..
अरे ठुकराया था उस दुनिया ने…..
तो पहले गले से लगाया तुमने.
गरज उठे गगन सारा,
समुन्दर छोडें आपना की नारा,
हिल जाए जहान सारा,
जब गूंजे “जय भीम” का नारा।
Jai Bhim – जय भीम
कुरान कहता है मुसलमान बनो
बाइबल कहता है ईसाई बनो
भगवत गीता कहती है हिन्दू बनो
लेकिन मेरे बाबासाहेब का
संविधान कहता है मनुष्य बनो
आंबेडकर जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
आज का दिन है बड़ा महान
बनकर सूरज चमका एक इंसान
कर गये सबके भले का ऐसा काम
बना गये हमारे देश का संविधान