मुरली मनोहर कृष्ण कन्हैया,
जमुना के तट पे विराजे हैं,
मोर मुकुट पर कानों में कुंडल,
कर में मुरलिया साजे हैं…
Happy Krishna Janmashtami
मिश्री से मीठे नन्द लाल के बोल,
इनकी बातें हैं सबसे अनमोल,
जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर,
दिल खोल के जय श्री कृष्ण बोल.
सोचा किसी अपने से बात करें,
अपने किसी खास को याद करें,
किया जो फैसला जन्माष्टमी की शुभकामना देने का,
दिल ने कहा क्यों न आपसे शुरूआत करें.
राधा की भक्ति, मुरली की मिठास,
माखन का स्वाद और गोपियों का रास,
सब मिलके बनाता हैं जन्माष्टमी का दिन ख़ास.
Happy Janmashtami
गोकुल में जो करें निवास,
गोपियों संग जो रचाएँ रास,
देवकी-यशोदा हैं जिनकी मैया,
ऐसे ही हमारे कृष्ण कन्हैया.
जय श्री कृष्ण
बचपन में बड़े नटखट, जो चुराए मिश्री और माखन,
ऐसे भगवान् को मेरे सच्चे दिल से नमन.
जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ
राधा के दिल में कृष्ण,
राधा के साँसों में कृष्ण,
चाहे कितना भी रास रचे कृष्ण,
लोग तो बस यही कहेंगे – “राधे कृष्ण राधे कृष्ण”
कृष्ण जन्मोत्सव की ढेर सारी शुभकामनाएँ.
मेरे तो एक ही गिरधर गोपाल दूजा न कोई,
जाके सर मोर मुकुट है, मोरे प्रभु सोई.
कृष्ण जन्माष्टमी की शुभ कामनाएँ
नन्द के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की,
हाथी, घोड़ा, पालकी जय कन्हैया लाल की.
तुम्हें ये जग ढूंढता है कान्हा,
मगर इसे ये खबर नहीं है,
बस एक मेरे है भाग्य मोहन,
अगर कहीं हो तो तुम यहीं हो.
हैप्पी जन्माष्टमी