जब मां दुर्गा की कृपा भाई।

जब लंका पे राम ने चढाई करे।

तब गुंजा अनुपम जय घोष..

जय राम जय राम जय घोष!

हुई पाप पे पुण्य की जीत

राम की सीता से असीम प्रीत

ये तो एक करन भर ही था..

हो विजय सत्य की सदाव यही है रीत

Related Posts

;