मेरे तो एक ही गिरधर गोपाल दूजा न कोई,
जाके सर मोर मुकुट है, मोरे प्रभु सोई.
कृष्ण जन्माष्टमी की शुभ कामनाएँ
नन्द के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की,
हाथी, घोड़ा, पालकी जय कन्हैया लाल की.
तुम्हें ये जग ढूंढता है कान्हा,
मगर इसे ये खबर नहीं है,
बस एक मेरे है भाग्य मोहन,
अगर कहीं हो तो तुम यहीं हो.
हैप्पी जन्माष्टमी