तुमने सिखाया उंगली पकड़ कर हमें चलना,

तुमने बताया कैसे गिरने के बाद संभलना,

तुम्हारी वजह से आज हम पहुंचे इस मुक़ाम पे,

गुरु पूर्णिमा के दिन करते हैं आभार सलाम से।


Related pages

Related Posts

``