नारी दया, करूणा, प्रेम और
ममता की पवित्र मूर्ति होती हैं.
नारी ही मनुष्य की जन्मदाती होती हैं,
जिसके हृदय में सूर्य जैसा तेज,
समुद्र जैसी गंभीरता,
चंद्रमा जैसी शीतलता,
पर्वतों जैसी मानसिक उच्चता,
पृथ्वी जैसी क्षमता होती हैं.
औरत इज्जत की भूखी होती है,
प्यार-मोहब्बत करने वाले को
शायद भूल जाए,
पर इज्जत करने वालों को
कभी नहीं भूलती.
महिला दिवस की हार्दिक बधाई