vijay diwas
जिंदगी जब तुझको समझा, मौत फिर क्या चीज है,
ऐ वतन तू हीं बता, तुझसे बड़ी क्या चीज है।
कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को नमन
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पर मिटने वालों का यही निशां होगा|
किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूं,
मेरी नन्ही-सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूं।
मुझे छाती से अपने तू लगा लेना ऐ भारत मां,
मैं अपनी मां की बांहों को तरसता छोड़ आया हूं।
विजय दिवस की शुभकामनाए
देशभक्तो के बलिदान से
स्वतंत्र हुए है हम
कोई पूछे कौन हो
तो गर्व से कहेंगे भारतीय है हम
विजय दिवस की शुभकामनाएं
मिटा दिया है वजूद उनका
जो भी इनसे भिड़ा है,
देश की रक्षा का संकल्प लिए
जो जवान सरहद पर खड़ा है
ना तेरा, ना मेरा,
ना इसका, ना उसका
ये वतन है सबका
कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को नमन
दिल में हौसलों का तेज और तूफान लिए फिरते हैं,
आसमान से ऊंची हम अपनी उड़ान लिए फिरते हैं।
वक्त क्या आजमाएगा हमारे जोश और जुनून को,
हम तो मुठ्ठी में अपनी जान लिए फिरते हैं।
कारगिल विजय दिवस की शुभकामनाएं
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पर मर-मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा।
विजय दिवस पर शहीदों को नमन, जय हिन्द जय भारत।
गबाजी इस आतंक की बेरंग होनी चाहिए,
हो गया आगाज़, बस अब जंग होनी चाहिए
छिन गये हैं लाल कितने भारत मां की गोद से,
कोख पाकिस्तान की भी तंग होनी चाहिए।
विजय दिवस पर शहीदों को नमन, जय हिन्द जय भारत।
गबाजी इस आतंक की बेरंग होनी चाहिए,
हो गया आगाज़, बस अब जंग होनी चाहिए
छिन गये हैं लाल कितने भारत मां की गोद से,
कोख पाकिस्तान की भी तंग होनी चाहिए।
विजय दिवस पर शहीदों को नमन, जय हिन्द जय भारत।
जान तो कर दी हमने वतन के नाम पर,
शान तो कर दी हमने वतन के नाम पर
कुर्बानियों से पाई है हमने आज़ादी,
हमारा वतन तो लाखो में एक है,
आन भी कर दी हमने वतन के नाम पर।
विजय दिवस पर शहीदों को नमन, जय हिन्द जय भारत।
आज फिर एक सिपाही जंग में शहीद हो गया,
जीते जीते अपनी साँसे हमारे नाम कर गया।
कभी दिल मांग लेना,
कभी जान माँग लेना,
अगर मौत अपनी चाहिए,
तो कभी हमसे हिन्दुस्तान माँग लेना।
ऐ मातृभूमि तेरी जय हो, सदा विजय हो,
प्रत्येक भक्त तेरा, सुख शांति कांतिमय हो।
आओ झुक कर सलाम करें उनको,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है
खुशनसीब होता है वो खून,
जो देश के काम आता है|
देश के शहीदों को नमन, जय हिन्द जय शहीद !!
ना जुबान से, ना निगाहों से
ना दिमाग से, ना रंगों से
ना ग्रीटिंग से, ना गिफ्ट से
आपको विजय दिवस मुबारक
डायरेक्ट दिल से
हम अपने खून से लिखेंगे कहानी ऐ वतन मेरे
करे कुर्बान हंस कर ये जवानी ऐ वतन मेरे
दिली ख्वाइश नहीं कोई मगर ये इल्तजा बस है
हमारे हौसले पा जाये मानी ऐ वतन मेरे
विजय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
भारत माता तेरी गाथा
सबसे ऊँची तेरी शान
तेरे आगे शीश झुकाये
दे तुझको हम सब सम्मान
भारत माता की जय
हैप्पी विजय दिवस
जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो
विजय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं