तन में मस्ती, मन में उमंग,
चलो आकाश में डालें रंग,
हो जायें सब संग-संग,
उड़ायें पतंग. हैप्पी लोहरी।।
जैसे-जैसे लोहरी की आग तेज हो, वैसे वैसे हमारे दुःखों का अन्त हो,
लोहरी का प्रकाश, आप की ज़िदगी को प्रकाशमय कर दे.
तन में मस्ती, मन में उमंग,
चलो आकाश में डालें रंग,
हो जायें सब संग-संग,
उड़ायें पतंग. हैप्पी लोहरी।।
जैसे-जैसे लोहरी की आग तेज हो, वैसे वैसे हमारे दुःखों का अन्त हो,
लोहरी का प्रकाश, आप की ज़िदगी को प्रकाशमय कर दे.