आँखों को जब किसी की चाहत हो जाती है
उसे देख के ही दिल को राहत हो जाती है
कैसे भूल सकता है… कोई किसी को ‘ऐ’ दोस्त
जब किसी को किसी की आदत हो जाती है
मोहोब्बत कुछ इस कदर हो जाती है
उसे के रब से पहले उसकी इबादत हो जाती है…!!
Happy Rose Day
आशिक़ों के महबूब के पैरो की धुल हूँ,
हाँ मैं एक लाल गुलाब का फूल हूँ।
happy Rose Day
एक आरज़ू सी दिल मैं अक्सर छुपाये फिरता हूँ…
प्यार करता हूँ तुझ से, पर कहने से डरता हूँ…
नाराज़ ना हो जाओ कहीं मेरी गुस्ताखी से तुम…
इसलिए खामोश रह कर भी ,
तेरी धड़कन को सुना करता हूँ….!!
खोया हूं तुम्हारे खयालो मे जमाने का कोई होश नही
ना समझो मुझे तुम दीवाना इतना भी मै मदहोश नही
चला तेरा जादू कुछ ऐसा धडकन मेरी खामोश नही
नजरें बन गई अब तेरी मुझमें इनका आघोश नही…!!
मेरे आंसुओं में तू ही छुपी रहती हैं,
रोज आंखों से तू ही तो बरसती हैं,
किसी गुलाब की बेटी है तू शायद,
इसलिए मुरझाकर भी महकती हैं।
हैप्पी रोज डे
मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं,
तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं,
मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का,
तेरे सिवाएं मुझ पर किसी का हक़ नहीं।
Happy Rose day
गुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए,
पर वो भी मुरझा गया तेरे नूर के आगे,
तू ऐसा खूबसूरत हिरा हैं,
की कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए।