नीले अर्श पर नीली घटा छायी है ….
तेरे करम से बुद्ध की दौलत पायी है….
कोई नही पराया सारे भाई भाई है…
मिल जुलकर रहने मै सबकी भलाई है…
छोड्दो अपना पराया ए जय भिमवालो…
दिल से दिल मिलाने ये भिम जयंती आयी है…
गली गली मे नीला लहरा देंगे
दुश्मनो को कदमो मे झुका देंगे
महाशक्ती बनेंगी ऐसी की
भारत मे भीम राज्य बना देंगे
Happy Ambedkar Jayanti
ये शान ये शौकत और ये ईमान न होता
आज कोई इस देश में किसी का मेहमान न होता
नही मिल पाती खुशियां हमे इस वतन में
अगर इस देश का संविधान बाबा साहेब ने लिखा न होता
फूलो की कहानी बहारो ने लिखी
रातो की कहानी सितारों ने लिखी
हम नहीं है किसी के गुलाम
क्योंकि हमारी जिंदगी बाबासाहब जी ने लिखी
दुनिया में इस तरह कोई विद्धवान नहीं हुआ
ईमानदार तो हुए लेकिन ईमान ना हुआ
वैसे तो मसीहा हुए है हिन्द में बहुत
लेकिन अम्बेडकर सा कोई भी महान नहीं हुआ
निंद अपनी खोकर जगाया हमको
आंसु अपने गिराकर हसाया हमको
कभी मत भुल ना उस महा मानव को
जमाना कहता है “बाबा साहब” जिनको
भीम जी ने हमे बलवान बना डाला है
हटा ना पाये वो चट्टान बना डाला है
नये युग की हमे पहचान बना डाला है
और हवा के ये झोके को तुफान बना डाला है
जिस दिन हमारे दिल में डॉ.बाबा साहेब आंबेडकर
और दिमाग मे उनकी विचारधारा होगी
याद रखना उस दिन अदालत भी हमारी होगी
और फैसला भी हमारा होगा
गरज उठे गगन सारा, समुन्दर छोडें आपना कीनारा
हिल जाए जहान सारा, जब गूंजे “जय भीम” का नारा
घर घर में बाबासाहेब पहुंचे यही कोशीश है मेरी
हर जय भिम वाला सुट-बुट मे रहें यहीं चाहत हैं मेरी
भले ही कोई मुझे जय भिम ना कहे
हर अपने को जय भीम कहना आदत है मेरी
कर गुजर गये वो भीम थे
दुनिया को जगाने वाले भीम थे
हमने तो सिर्फ इतिहास पढा है यारो
इतिहास बनाने वाले मेरे भीम थे