घर घर में बाबासाहेब पहुंचे यही कोशीश है मेरी

हर जय भिम वाला सुट-बुट मे रहें यहीं चाहत हैं मेरी

भले ही कोई मुझे जय भिम ना कहे

हर अपने को जय भीम कहना आदत है मेरी

Happy Ambedkar Jayanti

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