वो अर्श का चरागाह है

मैं उस के क़दमों की धुल हूँ

ऐ ज़िंदगी गवाह रहना

मैं गुलाम-ए-रसूल हूँ

ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक हो

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