एक लड़का शादी के लिये गांव की सीधी-सादी लड़की देखने गया.
लड़की – दाज्यू! तुमार कतुक भै-बैंणि छन
लड़का – ऐल तक एक भाया एक बैंणि छ्यां, आब एक बैंणि आजि हैगे.??
सासु- ब्वारी रुणि किले छै?
ब्वारी- जी क्या मि भैंस जन छौ?
सास- न ब्वारी न ।
ब्वारी- क्या मि कचोर्या छौं?
सास- न भै न।
ब्वारी- क्या म्यर गिचु उरख्याला जन च?
सास- कु बोलणु तेकु इन।
ब्वारी-क्या म्यारु नाक पकोड़ा जन च?
सास-न बेटी न।
ब्वारी-फिर गों वला मी खु किले बुलणा छिन की तू अपड़ी सासु जनि छै।
सासु बेहोश…???????
पत्ती - तुम मै दगड करवाचौथ कु व्रत
रखणा छन ना ???
पतिदेव - मिन कभी बोली च मैर दगड बैठिक दारू पी???
एक पहाड़ी ने चीन में चाय की दुकान खोली और उसका नाम रखा: “पहाड़ी टी स्टाल“..।
दुकान ज्यादा दिनों तक नहीं चली,
तो किसी ने सलाह दी कि अगर चीन में तरक्की करनी है तो दुकान का नाम भी चाइनीज में ही रखो।
अब उसकी दुकान अच्छी चल रही है क्योंकि दुकान का नाम रखा है:
“ताती ताती चा फू फू करके पी”
? ? ?
खिमुली – य जो रोज तुम फैसबुक में रोमांटिक शायरी लिखछा कि,
ये तेरी जुल्फे है जैसे की रेशम की डोर , ?
य कैक लिजी लिखछा ?
खीमदा – त्यर लीजी तो लिखनू मै लाटी ! और को भै मेरि जिंदगी में….???
खिमुली – पै कभते त रेशमे डोर अगर हरि साग में ए जाछि तो किले चिल्लाछा हो ! ? ? ?
मगंतु चैतु के ढाबे में पहली बार
मंगतू - गरम क्या च?
चैतु - चो उमिन.
मंगतू - और गरम?
चैतु - समोसा.
चैतु - चाय.
चैतु - मुछ्यालू च मुछ्यालू च
हां ल्यो बल मेरी बीडी बुजी गे?????
स्वर्ग मेँ पहुँचते ही भगवान ने उसकी रुह को सीने से लगा लिया
और बोले
“पगले मैँने तुझे जिँदगी जीने के लिये जमीन पर भेजा था
और तू इसे उत्तराखण्ड “समूह ग ” की तैयारी मेँ खत्म कर आया!!!!!!????
गुरूजी : नौना…स्कूळ आणम अबेर किळे हवे ?
पन्नू : गुरूजी…बुई-बुबा ळड़ै कना छ्याई
गुरूजी : ऊं झगड़णा छ्याई त ठिक च…पर तिळ अबेर किळे क्याई ?
पन्नू : गुरूजी…इक्क जुत्ता बुबा हत्तम छै अर दुसर बुई म|| ????
बच्चे को सुलाती माँ-
अंग्रेज- Good night son
देशी माँ – सो जाओ बेटा, शुभ रात्रि
गढ़वाली माँ- सैजा रे नैहुन्या… आब त भूत ले सी गै हुनेला.??
रामजी की चिट्ठी सीता ते.
मेरी प्यारी सीता तु कन छे ?
मेंते तेरी याद ओणी चा !
अच्छा सुण मेरा त्वेते हनुमान बांदर मा काफल दिया छान.
गिण ले अगर एक भी काफल कम होलू ता वे बांदर पूछड़ी माँ आग लगे दे !
अर वे रावण तै बोली दे क़ि मेर आदमींन तू ख़तम कन
सीता मेरी रिफिल खतम होणी चा ! आपरू ध्यान रखी ! ...