तेरे ही आंचल में निकला बचपन
तुझसे ही तो जुड़ी हर धड़कन
कहने को तो मां सब कहते पर मेरे लिए तू है तू भगवान
हैप्पी मदर्स डे
मैं अपने छोटे मुख से कैसे करूं तेरा गुड़गांव
मां तेरी ममता के आगे फीका सा लगता है भगवान
रुके तो चांद जैसी है,
चले तो हवाओं जैसी है,
वह माही है
जो धूप में भी छांव जैसी है!
तेरे ही आंचल में निकला बचपन,
तुझ से ही तो जुड़ी हर धड़कन,
कहने को तो मां सब कहते
पर मेरे लिए तो है तु भगवान!
‘माँ’ तुम अनंत हो
कैसे व्यक्त करूँ तुम्हें मैं शब्दों में ….
तुम मेरा आस्तित्व हो तुम समा नहीं सतकी शब्दों-अर्थों में॥
सारे जहां में नहीं मिलता बेशुमार इतना, सुकून मिलता है
मां के प्यार में जितना. बेहद मीठा कोमल होता है,
मां के प्यार से ज्यादा कुछ नहीं अनमोल होता है.
ऊपर जिसका अंत नहीं उसे आसमां कहते हैं
इस जहां में जिसका अंत नहीं उसे मां कहते हैं
मिलने को तो हजारों
लोग मिल जाते हैं,
पर मां जैसा
दोबारा कोई नहीं मिलता!
तपते बदन पर
बिगर माल लगती है मां…
कितनी शिद्दत से मेरा
ख्याल रखती है मां!!
मांग लूँ यह मन्नत की
फिर यही “जहाँ” मिले
फिर वही गोद ,
फिर वही माँ मिले…
Happy mother's day
उसके रहते जीवन में कोई गम नहीं होता दुनिया साथ दे ना दे
पर मां का प्यार कभी कम नहीं होता
वह जमी मेरा वही आसमान है वह खुदा मेरा वही भगवान है
क्यों मैं जाऊं उसे कहीं छोड़कर मां के कदमों में सारा जहान है
मत कहिए मेरे साथ रहती है मां,
कहिए कि मां के साथ रहते हैं हम.
हर इंसान के ज़िन्दगी में वह सबसे ख़ास होती है,
दूर होते हुए भी वह दिल के पास होती है,
जिसके सामने मौत भी अपना सर झुका दे,
वह और कोई नहीं बस माँ होती है.
Happy Mother’s Day !!!
रब ने माँ को यह आज़मत कमाल दी,
उसकी दुआ पर हर मुसीबत भी टाल दी…
माँ के प्यार की कुछ इस तरह मिसाल दी,
कि जन्नत उठाकर माँ के क़दमों में डाल दी!
बेहद मीठा कोमल होता है,
मां के प्यार से ज्यादा
कुछ नहीं अनमोल होता है.
मंजिल दूर और सफर बहुत है,
छोटी सी जिंदगी की फिक्र बहुत है,
मार डालती यह दुनिया कब की हमें
लेकिन मां की दुआओं में असर बहुत है!
यूं ही नहीं गूंजती किल्कारीयां घर आँगन के हर कोने मे..!…
जान हथैली पर रखनी पड़ती है ‘माँ’ को ‘माँ’ होने मे…!!
Mother's Day
ऐ अंधेरे देख ले, मुँह तेरा काला हो गया,
माँ ने आँखे खोल दी, घर में उजाला हो गया…