निर्बल के बल राम हैं,
निर्धन के धन राम
रावण वह जो किसी के,
आया कभी न काम.
बुराई का होता हैं विनाश,
दशहरा लाता है उम्मीदों की आस,
हर व्यक्ति के अंदर की बुराई का हो नाश,
आपके घर में ईश्वर का सदा वास
बहन के सम्मान की खातिर,
भगवान् से भी लड़ने को तैयार हूँ मैं,
हाँ इस समाज के लिए,
कलयुग में रावण का अवतार हूँ मैं…
दशहरा एक उम्मीद जगाता है,
बुराई के अंत की याद दिलाता है,
जो चलता है सत्य की राह पर
वो विजय का प्रतीक बन जाता हैं
आपकी जीवन में हो खुशियों का बसेरा,
तहे दिल से कह रहा हूँ हैप्पी दशहरा.
हैप्पी दशहरा
अन्याय के रूप में अब नेताओं का भ्रष्टाचार हैं,
रावण के रूप में नेताओं का अत्याचार हैं,
भ्रष्टाचार और अत्याचार मिटाने के लिए शंख बजेगा,
अब हर घर से एक राम निकलेगा.
राम की महिमा और हार असत्य की,
बुरा अंत बुराई का, जीत सत्य की,
दशहरे के इस संदेश को अपना लें,
दूर हो जायेगी सब चिंता व्यर्थ की…
दशहरे का यह पावन त्यौहार,
घर में लाये आपके खुशियाँ अपार,
श्री राम जी करें आप पर ख़ुशियों की बौछार,
ऐसी शुभ कामनायें हमारी करो स्वीकार…