अंग्रेजी का कब तक करोगे गुणगान,
हिंदी भाषा को भी दो बराबर का सम्मान।
हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
हिंदी मेरा ईमान हैं, हिंदी मेरी पहचान हैं,
हिंदी हूँ मैं, वतन भी मेरा प्यारा हिन्दुस्तान हैं.
अगर हिंदी भाषा का करना है उत्थान,
तो हिन्दी को अपनाना होगा,
अंग्रेजी को “विषय-मात्र”,
और हिंदी को “अनिवार्य” बनाना होगा।
हिंदी और हिन्दुस्तान हमारा हैं और हम इसकी शान हैं,
दिल हमारा एक हैं और एक हमारे जान हैं.
हिंदी, हिंदी, हिंदी,
भारत माँ की ये बिंदी.
हिंदी भाषा नहीं भावों की अभिव्यक्ति है,
यह मातृभूमि पर मर मिटने की भक्ति हैं.
हिन्दुस्तानी हैं हम गर्व करो हिंदी भाषा पर,
सम्मान देना और दिलाना दायित्व हैं हम पर.
वक्ताओं की ताकत भाषा,
लेखक का अभिमान हैं भाषा,
भाषाओं के शीर्ष पर बैठी,
मेरी प्यारी हिंदी भाषा.
हिंदी हमारी मातृभाषा हैं,
मात्र एक भाषा नही
हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ
जबकि हर साँस मेरी , तेरी वजह से है माँ,
फिर तेरे नाम का दिन एक मुकर्रर क्यूँ हैं?
हिंदी है मातृभाषा सभी इसे जरूर अपनाएँ,
अपने बच्चों को हिंदी पढ़ना जरूर सिखाएँ।
एकता ही है देश का बल,
जरूरी है हिंदी का संबल.
अंग्रेजी पढ़ि के जदपि, सब गुन होत प्रवीन,
पर निज भाषा-ज्ञान बिन, रहत हीन के हीन.
एकता की जान है,
हिंदी भारत की शान हैं.
एक दिन ऐसा भी आएगा
हर तरफ हिंदी परचम लहराएगा,
इस राष्ट्र भाषा का हर ज्ञाता
विद्वान भारतवासी कहलाएगा।
निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल,
बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल.
होठ खामोश थे सिसकियाँ कह गयी,
द्वार बंद थे खिड़कियाँ कह गयी,
कुछ हमने कहा कुछ हिंदी कह गयी,
जो न कह पायें वो हिचकियाँ कह गयी.
आज स्याही से लिख दो तुम अपनी पहचान,
हिंदी हो तुम, हिंदी से सीखो करना प्यार.
हिंदी पूरे विश्व का हो गान,
हिंदी को बनाये भारत की शान.
जिसमें है मैंने ख्वाब बुने,
जिस से जुड़ी मेरी हर आशा,
जिससे मुझे पहचान मिली,
वो है मेरी हिंदी भाषा।